भोपाल: लाल परेड मैदान में धूमधाम से मनाया गया आजादी पर्व, सीएम ने किया ध्वजारोहण, कही कई बड़ी बाते
स्वतंत्रता दिवस पर सीएम शिवराज के कई बड़े ऐलान: मुख्यमंत्री जन आवास योजना बनाएंगे, बढ़ेंगी मेडिकल कॉलेज की संख्या, रोजगार के खुलेंगे नए अवसर
CM ने कहा कि मेरी बहनों एवं भाइयों, आज हम फैसला कर रहे हैं आवास प्लस में जिनके नाम नहीं हैं। उन गरीबों के लिए “मुख्यमंत्री जन आवास योजना” बनाई जाएगी।जो नाम छूट गए हैं, उनका सर्वे कर नई सूची में उन्हें जोड़ा जाएगा और उन सबको नि:शुल्क पक्का मकान देने का काम हमारी सरकार करेगी।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के लाल परेड मैदान में आज 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ध्वजारोहण किया और संबोधित करते हुए कहा कि 77वें स्वतंत्रता दिवस की सभी प्रदेश एवं देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं अनंत शुभकामनाएं। आजादी के इस महान पर्व को हम एकजुट होकर मनाएं एवं अमृतकाल में विकसित भारत के संकल्प को और भी सशक्त एवं समृध्द बनाएं। मां भारती की रक्षा एवं देश की आजादी में अपना सब कुछ न्योछावर करने वाले सभी स्वतंत्रता सेनानियों को कोटि-कोटि प्रणाम।
सीएम ने कहा, आज हम फैसला कर रहे हैं आवास प्लस में जिनके नाम नहीं हैं, उन गरीबों के लिए “मुख्यमंत्री जन आवास योजना” बनाई जाएगी। जो नाम छूट गए हैं, उनका सर्वे कर नई सूची में उन्हें जोड़ा जाएगा और उन सबको नि:शुल्क पक्का मकान देने का काम हमारी सरकार करेगी। जिन गरीब भाई-बहनों का नाम “आवास प्लस” में भी नहीं है, उनके नाम नई योजना “मुख्यमंत्री जन आवास” में जोड़कर, उन्हें नि:शुल्क पक्का मकान देने का काम हमारी सरकार करेगी।
सीएम शिवराज ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना ने प्रदेश की 45 लाख 50 हजार से अधिक बेटियों को लखपति बना दिया है। लाड़ली लक्ष्मी योजना लड़के और लड़की में होने वाले सामाजिक भेदभाव को मिटाने में सफल रही है। निरन्तर बेहतर होता लिंगानुपात इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री आवास योजना में बने 52% से भी अधिक घरों का मालिकाना हक़ महिलाओं को दिलाया गया है। एक ओर जल जीवन मिशन के माध्यम से लाखों बहनों को कष्ट झेलकर दूर-दूर से पानी लाने की झंझट से मुक्ति मिल रही है, वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के जरिए उन्हें रसोई घर में धुएं से भी मुक्ति मिली है।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सीएम शिवराज की प्रमुख घोषणाएं :
- प्रदेश में मेडिकल कॉलेज की संख्या बढ़ेगी
- मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग कॉलेज स्थापित होंगे
- हर विकासखंड में 30 बिस्तरीय अस्पताल
- 6000 सर्वसुविधायुक्त सीएम राइज स्कूल का संचालन शुरू होगा
- 200 करोड़ की लागत से 1 हजार से ज्यादा एफपीओ गठित
- उज्जैन में 284 करोड़ की लागत से देश का पहला यूनिटी मॉल
- आईटी के क्षेत्र में 5 लाख नए रोजगार
- 5जी सेवाएं पूरे प्रदेश में उपलब्ध कराई जाएंगी
- मप्र कृषि, युवा, महिला, कौशल और ग्रीन टेक्नोलॉजी की शक्ति से आगे बढ़ेगा
करोड़ों माताओं-बहनों एवं बेटियों के सम्मान, स्वावलंबन, स्वास्थ्य, सुरक्षा, सुविधा और सशक्तिकरण के लिए जो कार्य मध्यप्रदेश की सरकार ने किए हैं, उनके बलबूते पर मध्यप्रदेश महिला कल्याण में देश का एक मॉडल राज्य बन गया है।
मध्यप्रदेश में 10 अभूतपूर्व सामाजिक क्रांतियां हुई हैं। पहली सामाजिक क्रांति है- भूमि और आवास की क्रांति। सरकार का संकल्प है कि मध्यप्रदेश की धरती पर कोई भी ग़रीब बिना ज़मीन और बिना पक्के मकान के नहीं रहेगा।
पहले हमारी सड़कें मात्र 60 हजार किलोमीटर लंबाई की थीं, जो अब बढ़कर 5 लाख किलोमीटर से अधिक हैं। तब हमारी ऊर्जा क्षमता करीब 5 हजार मेगावॉट थी, जो अब बढ़कर 29 हजार मेगावॉट से अधिक हो गई है। तब प्रदेश में प्रति व्यक्ति वार्षिक आय लगभग ₹12 हजार थी, जो अब ₹1.40 लाख है। तब मध्यप्रदेश के बजट का आकार लगभग 23 हजार करोड़ रुपए था, जो अब 3 लाख 14 हजार करोड़ रुपए से भी अधिक है।
सेवा और सुशासन की प्रतिज्ञा के साथ हमने मध्यप्रदेश के कायाकल्प का अभियान प्रारंभ किया था। तब और अब का फ़र्क साफ दिखता है। तब हमारी आर्थिक विकास दर 0.10% थी, जो अब 16% से अधिक है। तब खाद्यान्न उत्पादन मात्र 159 लाख मीट्रिक टन था, जो अब बढ़कर 619 लाख मीट्रिक टन है I
मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के रूप में मध्यप्रदेश में सुशासन की एक नई क्रांति प्रवाहित हुई है। अभियान के प्रथम चरण में 83 लाख से अधिक हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाया गया है। अभियान के दूसरे चरण में 68 लाख 46 हजार से अधिक आवेदनों व 1 लाख 73 हजार से अधिक सी.एम. हेल्पलाईन शिकायतों का निराकरण हुआ है। मध्यप्रदेश एक ऐसा राज्य है, जहाँ सरकार ने विकास को त्योहार का स्वरूप दे दिया है। पूरे प्रदेश में 16 जुलाई से 14 अगस्त, 2023 तक विकास-पर्व की लहर गाँव-गाँव और शहर-शहर चली है। विकास-पर्व के दौरान 45 हजार करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन संपन्न हुआ है।
आज गेहूँ निर्यात में मध्यप्रदेश नंबर वन राज्य है। आज यदि पीएम स्वनिधि योजना के क्रियान्वयन में देश में अव्वल राज्य है तो वो मध्यप्रदेश है। आज यदि आयुष्मान कार्ड बनाने में देश में सबसे आगे राज्य है तो वो मध्यप्रदेश है। आज यदि ग्रामीण सड़कों की गुणवत्ता में पूरे देश में कोई अग्रणी राज्य है तो वो मध्यप्रदेश है
इन अफसरों को पदक :
- पदक अलंकरण समारोह में परेड कमांडर, प्लाटून कमांडर्स को पुरस्कृत
- राष्ट्रपति पदक पाने वाले 64 अधिकारियों – कर्मचारियों को भी पदक ।
- सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक दतिया की कुमारी अंजली बघेल को, उत्तम जीवन रक्षक पदक सीधी की किरण बैगा, जीवन रक्षा पदक हरदा के प्रधान आरक्षक बृजेश कुमार साहू ।