भारत के मून मिशन यानी चंद्रयान-3 के लैंडर की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग.
Chandrayaan 3 : चांद पर लहराया तिरंगा, साउथ पोल पर उतरने वाला पहला मुल्क बना हिंदुस्तान
चंद्रयान-3 ने चांद के साउथ पोल पर सफलतापूर्वक लैंडिंग कर ली है. अब इसके अंदर से रोवर प्रज्ञान के निकलने का इंतजार है. इसमें करीब 1 घंटा 50 मिनट लगेगा. डस्ट सेटल होने के बाद विक्रम चालू होगा और कम्युनिकेट करेगा.
Chandrayaan-3 Live: लैंडर ने तस्वीरें साझा की
चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम ने चंद्रमा की सतह की तस्वीरें साझा की हैं.
नई दिल्ली: भारत ने इतिहास रच दिया है. चंद्रयान-3 ने चांद के साउथ पोल पर सफलतापूर्वक लैंडिंग कर ली है. चंद्रयान-3 के इसके साथ ही भारत चांद के साउथ पोल पर यान उतारने वाला पहला देश बन गया है. जबकि चांद के किसी भी हिस्से में यान उतारने वाला भारत चौथा देश बन गया है. भारत से पहले अमेरिका, सोवियत संघ (अभी रूस) और चीन ही चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कर पाए हैं.
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश बन गया है. जबकि भारत दुनिया का चौथा देश है जो चंद्रमा पर पहुंचा है इससे पहले अमेरिका, रूस और चीन भी चांद पर पहुंच चुके हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग से जुड़े :
पीएम नरेद्र मोदी चंद्रयान 3 के लाइव प्रसारण में दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग से जुड़ गए हैं. वे वहां ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने के लिए गए हैं.
मोदी कर रहे संबोधित।दे रहे बधाई।
पीएम मोदी ने इसरो दी बधाई :
चंद्रयान-3 चंद्र मिशन की उल्लेखनीय सफलता के लिए पीएम मोदी ने इसरो (ISRO) को बधाई दी. उन्होने कहा कि यह भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक दिन है. चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल ने चांद की सतह पर सफल ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ कर ली. इसके साथ भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर उतरने वाला पहला देश बन गया. इस सफलता पर पीएम मोदी ने कहा कि, यह क्षण मुश्किलों के महासागर को पार करने का है. यह क्षण जीत के चंद्रपथ पर चलने का है. चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग को पीएम मोदी ने साउथ अफ्रीका से वर्चुअली देखा. सफल लैंडिंग के बाद पीएम मोदी ने इसरो और देश को बधाई दी. पीएम मोदी ने कहा कि चंदा मामा अब दूर के नहीं, टूर के हैं.
भारत के महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान 3 का लैंडर विक्रम सफलतापूर्वक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा, और दक्षिण अफ्रीका में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली उस लैंडिंग को देखते हुए कहा, “यह क्षण मुश्किलों के महासागर को पार करने का है, और यह क्षण 140 करोड़ धड़कनों के सामर्थ्य का है…”
- सभी देशवासियों मना रहे जश्न
- किया जा रहा लाइव टेलीकास्ट
चंद्रमा की सतह पर अमेरिका, पूर्व सोवियत संघ और चीन ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ कर चुके हैं, हालांकि इनमें से कोई भी देश ऐसा नहीं है जिसकी ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में हुई है. चंद्रयान-3 के लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग में 15 से 17 मिनट लगेंगे. चंद्रयान 3 को 14 जुलाई 2023 को दोपहर 2.30 बजे लॉन्च किया गया था
चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम सफलतापूर्वक चांद पर उतर चुका है. अब इसके अंदर से रोवर प्रज्ञान के निकलने का इंतजार है. इसमें करीब 1 घंटा 50 मिनट लगेगा. डस्ट सेटल होने के बाद विक्रम चालू होगा और कम्युनिकेट करेगा. फिर रैंप खुलेगा और प्रज्ञान रोवर रैंप से चांद की सतह पर आएगा. इसके बाद इसके व्हील चांद की मिट्टी पर अशोक स्तंभ और ISRO के लोगो की छाप छोड़ेंगे. फिर ‘विक्रम’ लैंडर ‘प्रज्ञान की फोटो खींचेगा और प्रज्ञान विक्रम की तस्वीर लेगा. ये फोटो वे पृथ्वी पर भेजेंगे.
चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग से जहां भारत का स्पेस पावर के रूप में उभरा है. साथ ही ISRO का दुनिया की अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों के मुकाबले कद कहीं ऊंचा हो गया है. देशवासी ISRO के वैज्ञानिकों को बधाई दे रहे हैं और उनके काम की जमकर सराहना कर रहे हैं.
सोशल मीडिया पर बधाई संदेशों का तांता लगा है. देशभर में मिठाई बांटकर और आतिशबाजी करके इस गौरव के क्षण का जश्न मनाया जा रहा है.