ब्रेकिंग>रीवा: बाल संप्रेषण गृह के पूर्व अधीक्षक के खिलाफ क्यों दर्ज हुआ अपहरण का मामला?
बाल संप्रेषण गृह के पूर्व अधीक्षक के खिलाफ क्यों दर्ज हुआ अपहरण का मामला किसने की शिकायत तो हुई कार्यवाही आखिर बाल अपचारियो को क्यो दी थी इतनी बड़ी सजा! तत्कालीन अधीक्षक पर आरोप बाल संप्रेषण गृह से बाल अपचारी बालकों के अपहरण का मामला दर्ज
रीवा: बाल संप्रेषण गृह से सात बाल अपचारीयों के अपहरण का मामला दर्ज किया गया है। यह आरोप किसी अन्य पर नहीं बल्कि तत्कालीन अधीक्षक अनिल जैन के ऊपर लगा है।
प्राप्त जानकारी अनुसार मामला 2021 जुलाई का है, जहां करीब 12:00 बजे रात्रि बाल संप्रेषण गृह से बाल अपचारीयो को अधीक्षक बिना किसी आदेश के अपने साथ बाहर ले जाते थे। यह सिलसिला दिसम्बर 21 तक जारी रहा, जिसमें से कुल 7 बाल अपचारीयो को बाहर ले जाने की शिकायत मिली थी। जिसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई गई।
जांच में तत्कालीन अधीक्षक बाल संप्रेषण गृह अनिल जैन को दोषी मानते हुए पुलिस ने अपहरण एवं किशोर न्याय अधिनियम की धारा 79 के तहत आरोपी माना है और इनके खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया है।
आपको बता दें कि बाल संप्रेषण गृह से कई बाल अपचारी फरार हो चुके हैं। जिसमें कमरों के खिड़की की जाली काटकर, सुरक्षाकर्मियों को मारपीट कर फरार हुए है।
अधीक्षक के द्वारा मेडिकल कराने अस्पताल ले जाने पर रास्ते से और हाल ही में छत के दरवाजे का ताला तोड़कर आठ बाल अपचारी फरार हो चुके हैं।
जिनमे से कई बाल अपचारी वापस नहीं लौटे हैं।
जांच के दौरान तत्कालीन अधीक्षक अनिल जैन को दोषी माना गया है। कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास आशीष द्विवेदी ने जांच किया था जिसमें प्रथम दृष्टया अनिल जैन को दोषी पाया और उनकी शिकायत पर समान पुलिस ने बिना किसी आदेश के बाल संप्रेषण गृह में रह रहे बच्चों को बाहर ले जाने का दोषी पाया है।
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आपको बता दें कि उक्त बच्चों को बाहर ले जाने ना तो किसी न्यायालय और ना ही किशोर न्याय बोर्ड को सूचित किया गया जिसके चलते तत्कालीन अधीक्षक बाल संप्रेषण गृह अनिल जैन के खिलाफ कार्यवाही हुई है। वही बताया जाता है कि उक्त बाल अपचारीयो से तत्कालीन अधीक्षक अपने बंगले में काम करवाते थे।