पीएम मोदी ने विपक्ष पर बोला हमला, पढ़िए परिवारवाद, भ्रष्टाचार, घोटाला आदि पर कैसे घेरा विपक्ष को
पोर्ट ब्लेयर: आज पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से यहां के वीर सावरकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल का उद्घाटन करने के अवसर पर बोला कि इस टर्मिनल के बन जाने से अंडमान और निकोबार द्वीप की यात्रा सुगम हो जाएगी और विशेष रूप से इस क्षेत्र में पर्यटन को काफी बढ़ावा भी मिलेगा।
आपको बता दे मोदी ने अपने सम्बोधन में विपक्ष को आड़े हाथो लेते हुए जमकर प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि स्वार्थ की राजनीति करने वाले राजनीतिक दलो की वजह से लंबे समय तक भारत में विकास का दायरा देश के दूर दराज वाले इलाकों तक नहीं पहुंच पाया।
उन्होंने कहा, ‘ये दल उन्हीं कामों को प्राथमिकता देते थे जिसमें इनका खुद का भला हो इनके परिवार का भला हो, नतीजा ये हुआ कि जो आदिवासी क्षेत्र और द्वीप हैं वहां की जनता विकास से वंचित रही, विकास के लिए तरसती रही।’
पीएम ने कहा लोकतंत्र में, यह लोगों का, लोगों द्वारा और लोगों के लिए है लेकिन वंशवादी राजनीतिक दलों के लिए, यह परिवार का, परिवार द्वारा और परिवार के लिए है। परिवार पहले, राष्ट्र कुछ भी नहीं… यह उनका आदर्श वाक्य है… नफरत, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की राजनीति है. देश वंशवादी राजनीति की आग का शिकार है। उनके लिए, केवल उनके परिवार का विकास मायने रखता है, देश के गरीबों का नहीं…
पिछले 9 वर्षों में हमने न केवल पुरानी सरकारों की गलतियों को सुधारा है, बल्कि लोगों को नई सुविधाएं और रास्ते भी दिए हैं। भारत में विकास का एक नया मॉडल विकसित हुआ है। यह ‘सबका साथ, सबका विकास’ का मॉडल है।
2024 के लिए देश के लोगों ने हमारी सरकार वापस लाने का मन बना लिया है. ऐसे में भारत की बदहाली के जिम्मेदार कुछ लोग अपनी दुकान खोलकर बैठ गए हैं। इन्हें देखकर मुझे एक कविता याद आती है, ‘गायित कुछ है, हाल कुछ है, लेबिल कुछ है माल कुछ है’. 24 के लिए 26 होने वाले दलों पर ये फिट बैठता है।
पोर्टब्लेयर में नए टर्मिनल भवन का निर्माण लगभग सात सौ दस करोड़ रुपए की लागत से किया गया है। यह टर्मिनल अंडमान और निकोबार के संपर्क को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह टर्मिनल लगभग 40 हजार आठ सौ वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला है। नए टर्मिनल भवन में सालाना लगभग 50 लाख यात्रियों के प्रबंधन की क्षमता है। एप्रोन अनुकूल दो बोइंग-767-400 और दो एयरबस-321 श्रेणी के विमान हवाई अड्डे पर 80 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित किए गए हैं। इस तरह इस हवाई अड्डे में एक बार में 10 विमान को पार्किंग की सुविधा मिलेगी।