बुखार चेक करते समय ना करें 7 गलतियां,ऐसे करें थर्मामीटर का इस्तेमाल,रीडिंग नहीं होगी गलत

बुखार चेक करते समय ना करें 7 गलतियां, ऐसे करें थर्मामीटर का इस्तेमाल, रीडिंग नहीं होगी गलत

थर्मामीटर का इस्तेमाल करते समय स्कैनर के लेंस को जरूर साफ कर लें.फीवर चेक करने से 15 मिनट पहले गर्म या ठंडी चीजों का सेवन बिल्कुल ना करें.

How to use Thermometer: बदलते मौसम में अक्सर लोगों की तबीयत खराब हो जाती है. ऐसे में खांसी, जुकाम और बुखार होना काफी आम बात होती है. कई बार लोगों को हरारत भी महसूस होने लगती है. हालांकि, फीवर चेक करते समय लोग अक्सर कुछ गलतियां कर देते हैं, जिससे ना सिर्फ थर्मामीटर (Thermometer) की रीडिंग गलत आती है, बल्कि इससे आपको कई दिक्कतें भी हो सकती हैं.

फीवर चेक करने के लिए थर्मामीटर का इस्तेमाल करना काफी आसान होता है मगर कई बार थर्मामीटर यूज करते समय लोग कुछ कॉमन मिस्टेक्स कर बैठते हैं. इससे आपको बॉडी टेम्प्रेचर की प्रॉपर जानकारी नहीं मिल पाती है. आइए जानते हैं फीवर चेक करने के सही तरीके के बारे में, जिसे ध्यान में रखकर आप गलत रीडिंग को अवॉयड कर सकते हैं.

लेंस को क्लीन रखें
थर्मल स्कैनर के लेंस पर अक्सर धूल, मिट्टी या गंदगी जम जाती है, जिससे थर्मामीटर की रीडिंग गलत आ सकती है. ऐसे में थर्मामीटर का इस्तेमाल करते समय स्कैनर के लेंस को जरूर साफ कर लें.

डाइट पर फोकस करें
गर्म या ठंडा ड्रिंक पीने से शरीर का तापमान भी प्रभावित होता है. जिससे थर्मामीटर फीवर की गलत रीडिंग देने लगता है. ऐसे में फीवर चेक करने से 15 मिनट पहले गर्म या ठंडी चीजों को अवॉयड करना बेहतर रहता है.

जीभ के नीचे रखें थर्मामीटर
फीवर चेक करते समय कुछ लोग थर्मामीटर को मुंह में सही तरह से नहीं रखते हैं. साथ ही समय पर भी ध्यान नहीं देते हैं. इसलिए जरूरी है कि फीवर चेक करते समय थर्मामीटर को जीभ के नीचे लगभग 5 मिनट तक रखें. इससे बाद ही रीडिंग चेक करें.

थर्मामीटर का टाइप
बुखार की सटीक रीडिंग लेने के लिए पारा यानी मर्करी वाले थर्मामीटर का इस्तेमाल बेस्ट होता है. हालांकि पारा वाला थर्मामीटर मार्किट में बहुत कम देखने को मिलता है. साथ ही इसको जहरीली प्रवृति का भी माना जाता है.

डिजिटल थर्मामीटर का इस्तेमाल
डिजिटल थर्मामीटर का इस्तेमाल आजकल काफी आम होता है. मगर कई बार गिरने या बैटरी खराब होने के कारण डिजिटल थर्मामीटर गलत रीडिंग देने लगता है. जिसके कारण आपको बुखार का सही पता नहीं चल पाता है.

जीभ को स्टेबल रखें
थर्मामीटर को मुंह में रखने के बाद लोग अक्सर जीभ हिलाने लगते हैं. जिससे थर्मामीटर की रीडिंग चेंज हो जाती है. इसलिए थर्मामीटर से फीवर की सटीक जानकारी लेने के लिए जीभ को स्टेबल रखना जरूरी रहता है.

रूम टेंप्रेचर पर दें ध्यान
ठंडे कमरे में रखने के बाद थर्मामीटर का इस्तेमाल करने से रीडिंग गलत आ सकती है. इसलिए थर्मामीटर को यूज करने से आधे घंटे पहले नॉर्मल रूम टेंप्रेचर में रखें और थर्मामीटर का तापमान सामान्य होने के बाद ही इसका इस्तेमाल करें.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. virat 24 news इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

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