पीएम मोदी: UPA सरकार के ‘फोन बैंकिंग घाटाले’ ने बैंकिंग सेक्टर को तबाह कर दिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रोजगार मेला के मौके पर बोल रहे थे। इस मौके पर उन्होंने 70,000 लोगों को नौकरी के अपॉइंटमेंट लेटर बांटे है। ये सभी लोग अलग-अलग सरकारी विभागों और संगठनों में काम करेंगे।
अपने भाषण के दौरान पीएम ने विपक्ष पर जोरदार प्रहार करते हुए कहा है कि पिछली सरकार के फ़ोन बैंकिंग घोटाले ने देश के बैंकिंग सेक्टर को तबाह कर दिया है। तत्कालीन समय कुछ गलत लोन दिए गए जो कभी वापस नहीं आया। ऐसे बड़े लोन देश की अर्थयवस्था के लिए घातक बने।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से लोगों को संबोधित कर रहे पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया के उन देशों में शुमार है, जिसका बैंकिंग सेक्टर सबसे मजबूत है। परन्तु आज से 9 साल पहले ऐसी स्थिति नहीं थी। हमारे बैंकिंग सेक्टर ने पिछली सरकार में भारी नुकसान झेला। आज हमारा बैंकिंग सेक्टर देश की 140 करोड़ की आबादी को डिजिटल ट्रांजेक्शन की सुविधा देने में सक्षम है।
फोन बैंकिंग घोटाले के जरिये साधा गांधी परिवार पर निशाना :
पीएम मोदी विपक्ष पर खासकर के कांग्रेस के नेतृत्व वाली पिछली संप्रग सरकार पर हमला करने से नहीं चुके। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में फोन बैंकिंग देश की 140 करोड़ की आवाम के लिए नहीं थी। बल्कि इसका लाभ उन्हीं लोगों को मिलता था, जो ‘एक परिवार’ (गांधी परिवार) के निकट थे। ये लोग बैंकों को कॉल करते थे और उन्हें बैंकों से हजारों करोड़ रुपये के लोन दिए गए। ये लोन कभी वापस नहीं हुए, पिछली सरकार के दौरान ये ‘फोन बैकिंग घोटाला’ सबसे बड़े घोटालों में से एक था।
हलाकि कांग्रेस और विपक्ष भी मोदी सरकार पर लोन वापस न देने पाने वाले लोगो को देश से भगवा देने का आरोप लगाते रहे है। जिनमे प्रमुख रूप से विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चौकसे के नाम प्रमुख रूप से शामिल हैं।