पाचन की रहती है समस्या, रोज करें ये 4 योगासन, दुरुस्त हो जाएगी पेट की सेहत
गर्मी के मौसम में पाचन की समस्या काफी आम होती है. कुछ भी खाया नहीं कि पेट में दर्द, गैस, एसिड आदि बनने लगते हैं. ऐसी समस्याओं को आप योग और आसनों से भी दूर रख सकते हैं.
दरअसल, आप अगर रोज कुछ ऐसे योग और आसनों का अभ्यास करें जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है तो आपके पाचन की समस्या अपने आप ही दूर हो जाएगी. आज न्यूज़18 हिंदी के यूट्यूब लाइव सेशन में योगाचार्या सविता यादव (Savita Yadav) ने कुछ महत्वपूर्ण योगाभ्यास की जानकारी दी जिसकी मदद से आप अपने पाचन को बेहतर कर सकते हैं.
>पहले करें ध्यान
सबसे पहले अपने अपने मैट पर पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं और आंखों को बंद कर अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें. गहरी सांस लें और ओम शब्द का उच्चारण करें. कुछ देर इसी मुद्रा में रहें और फिर कुछ सूक्ष्मयाम का अभ्यास करें. पूरा वीडियो विस्तार से देखने के लिए आप वीडियो लिंक पर क्लिक करें.
>वज्रासन
वज्रासन एक ऐसी मुद्रा है जिसमें अगर आप भोजन करने के बाद बैठें तो यह आपके पाचन को बेहतर बनाने का काम करती है. इसके लिए आप अपने घुटनों को मोड़कर मैट पर बैठ जाएं. आपके हिप्स आपकी दोनों एडि़यों के बीच रखें और पैरों के दोनों अंगूठे मिलाकर रखें. कमर गर्दन सीखी रखें और दोनों हाथों को अपने घुटनों पर रखें. कम से कम एक मिनट तक इस तरह बैठें.
>कैट एंड कैमल आसन
सबसे पहले वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं. अब घुटनों से सटाकर अपनी दोनों कोहनियों को मैट पर रखें. अब जहां तक आपकी हथेली जा रही है वहां पर हथेली जमाएं और पूरे वजन को कंघों पर देते हुए टेबल टॉप पोजीशन बना लें. अब गहरी सांस लें और कमर को उठाएं, गर्दन नीची रखें और बॉडी को स्ट्रेच करें. फिर कमर को नीचे की तरह स्ट्रेच करें, गर्दन को आकाश की तरफ उठाएं. ऐसा क्रम आप 10 बार करें.
>सांस का अभ्यास
मैट पर सीधा खड़े हो जाएं. अब गहरी सांस लें और पेट को अंदर की तरफ खींचें. कुछ देर होल्ड करें और फिर सांस को छोड़ें और पेट को फुलाने का प्रयास करें. यह अभ्यास आप 10 बार करें. इसी तरह आप दोनों हाथों को पीछे की तरफ बांध लें, गहरी सांस लें और सामने देखते हुए आगे की तरफ झुकें. फिर सांस छोड़ते हुए सीधे खड़े हो जाएं. ऐसा 10 चक्र करें.
>अनुलोम विलोम प्राणायाम
सबसे पहले आप पद्मासन या सुखासन में बैठें. इसके बाद हाथों से प्राणायाम मुद्रा बनाएं और दाहिने अंगूठे से अपनी दाहिनी नासिका को दबाएं और बाई नासिका से गहरी सांस लें. अब अनामिका उंगली से बाई नासिका को बंद कर दें और दाहिनी नासिका से गहरी सांस बाहर छोड़ दें. यह प्रक्रिया आप 1 मिनट तक दोहराते रहें. इस दौरान आपकी कमर गर्दन