नेहरू मेमोरियल म्यूजियम का नाम बदलकर पीएम म्यूजियम एंड सोसायटी रखा गया, कांग्रेस समेत विपक्ष कर रहे विरोध
दिल्ली: केंद्र सरकार ने आखिरकार नेहरू मेमोरियल म्यूजियम का नाम बदलकर पीएम म्यूजियम एंड सोसायटी कर दिया।
उल्लेखनीय है कि 2014 में मोदी सरकार आने के बाद से कई जगहों के नाम बदले गए हैं। इससे पहले मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान किया गया था। ये गार्डन राष्ट्रपति भवन के सामने है। मुगल गार्डन का नाम बदले जाने पर काफी सियासी हाय-तौबा मची थी। कांग्रेस ने नाम बदलने को इतिहास मिटाने की ओर कदम बताया था।
कांग्रेस ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम का नाम बदलने पर आपत्ति जताई है। कांग्रेस नेता जयराम नरेश ने केंद्र के इस फैसले पर सवाल उठाते हुए इसे एक प्रतिशोध कहा है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट किया है।
रमेश ने पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी भारतीय राष्ट्र-राज्य के वास्तुकार के नाम और विरासत को विकृत, तिरस्कृत और नष्ट करने के लिए क्या नहीं करेंगे। अपनी असुरक्षाओं के बोझ से दबे एक छोटे कद के व्यक्ति स्वयंभू विश्वगुरु हैं.
वहीं, पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता उदित राज ने ट्वीट किया कि नेहरू स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय नाम हटा दिया जो छुद्र मानसिकता का परिचय है. तस्वीर और साफ हो गई कि स्वतंत्रता आंदोलन के समय संघी अंग्रेजों के साथ क्यों थे? नेहरू अन्य पीएम की तरह नहीं हैं बल्कि देश आजाद कराने में वर्षों जेल में रहे और आंदोलन को नेतृत्व दिया।