
दिल्ली: आम हो या खास , सबको लुभा रहा है दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे
नई दिल्ली . देश की राजधानी दिल्ली को आर्थिक राजधानी मुंबई से जोड़ने वाला दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) सबके दिलों पर छाया हुआ है . आम हो या खास, हर कोई इस वर्ल्ड क्लास एक्सप्रेसवे से प्रभावित है. अभी इस एक्सप्रेसवे का केवल एक खंड ही यातायात के लिए खोला गया है. पेटीएम सीईओ विजय शेखर शर्मा भी इस एक्सप्रेसवे की खासियतों से खासे प्रभावित हुए हैं. उन्होंने इसे दुनिया के अन्य एक्सप्रेसवे से कहीं बेहतर करार दिया है. विजय शेखर शर्मा ने एक्सप्रेसवे की एक फोटो भी शेयर की है.
विजय शेखर शर्मा ट्विटर पर काफी सक्रिय रहते हैं. वो अपनी उद्यमशीलता और इनोवेटिव आइडियाज के लिए मशहूर हैं. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की प्रशंसा करते हुए उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “क्या अहसास है! आपको यहां आना चाहिए. विश्वास करें, यह दुनिया के किसी अन्य एक्सप्रेसवे से कहीं बेहतर है. # इन्क्रेडिबल इंडिया.” जब यह मेगा-एक्सप्रेसवे पूरी तरह चालू हो जाएगा तो दिल्ली से मुंबई के बीच सिर्फ 12 घंटों जाया जा सकेगा. अभी 24 घंटे घंटे लगते हैं.
12 फरवरी को हुआ उद्घाटन
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के फर्स्ट फेज का शुभारंभ 12 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किया था. सोहना-दौसा-लालसोट खंड पर आज से आम वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है. इसकी कुल लंबाई 1,386 किलोमीटर है. एक्सप्रेसवे के किनारे बनाए गए रेस्ट स्टेशंस पर स्थानीय खानपान की व्यवस्था होगी. दिल्ली से दौसा के बीच में बने सभी रेस्ट स्टेशंस का डिजाइन राजस्थान और हरियाणा की पारंपरिक थीम पर किया गया है.
120 की गति से चलाइये कार
एक्सप्रेसवे पर कार की गति 120, बस तथा ट्रक की 100 और छोटे वाहनों की गति 80 किलोमीटर प्रति घंटा रखी गई है. अगर कोई स्पीड लिमिट का उल्लंघन करेगा तो उसे चालान भुगतना होगा. एक्सप्रेसवे पर बाइक, ट्रैक्टर-ट्रॉली, घोड़ा और बैलगाड़ी की एंट्री बैन है.
नहीं है स्पीड ब्रेकर
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर कहीं भी ब्रेकर नहीं है. हाईवे को काफी ऊंचा बनाया गया है. हाईवे के दोनों ओर बैरिकेडिंग की गई है ताकि आवारा जानवर सड़क पर न आ जाएं. एक्सप्रेसवे पर आप बिना वजह गाड़ी रोक नहीं सकते. अचानक गाड़ी रोकने पर चालान कटेगा. गाड़ी को केवल रेस्ट एरिया में ही रोकने की परमिशन है. कुछ-कुछ दूरी पर रेस्ट एरिया बनाए गए हैं. केवल तकनीकी खामी होने पर ही एक्सप्रेसवे पर आप बिना रेस्ट एरिया के गाड़ी रोक सकते हैं.