जानिए आखिर कहा और क्यों बाघ और बीट गार्ड की हुई भिड़ंत!
- कान्हा नेशनल पार्क की घटना
- बाघ और बीट गार्ड की भिड़ंत
- गश्ती के दौरान बाघ ने किया हमला
- लाठी के सहारे किया सामना , दोनों सुरक्षित
कान्हा नेशनल पार्क के सरही रेंज में गश्ती के दौरान बीट गार्ड पर बाघ ने हमला कर दिया।
इस हमले का बीट गार्ड और उसके साथी ने बहादुरी से सामना किया और बाघ के हमले में सुरक्षित बच गए।
हालांकि बाघ के हमले में एक बीट गार्ड मामूली तौर पर घायल हुआ है। जिसे एतिहातन जांच और उपचार के लिए बिछिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया है। घायल बीट गार्ड का नाम कमल सिंह मरकाम बताया गया है।
घटना कान्हा नेशनल पार्क के सरही रेंज के माटीगहन बीट की है, जहां बीट गार्ड कमल सिंह मरकाम अपने साथी के साथ गश्ती के दौरान माटीगहन कैंप से उमर पानी कैंप की ओर गए हुए थे। वहां से लौटने के दौरान तालाब के नजदीक घास के मैदान में बीट गार्ड पर बाघ ने हमला कर दिया।
बीट गार्ड कमल सिंह मरकाम ने बताया कि उस दौरान उनके पास लाठी थी तो उन्होंने उससे हमले का बचाव किया और उनके साथी ने शोर मचाया, जिससे बाघ आगे भाग गया।कान्हा नेशनल पार्क के सरही रेंज अधिकारी राजुलकर ने बताया कि दो लोग साथ में गश्ती करने गए थे और शाम चार साढ़े चार के बीच जब वे लौट रहे थे उसी दौरान बाघ ने हमला कर उसे घायल कर दिया। सूचना पाकर हम वहां पहुंचे और उस पर नाखून के निशान दिखाई दिए। जिसके बाद उसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ केंद्र बिछिया लाया गया है।
उन्होंने बताया कि बाघ का सामना होना बहुत खतरनाक है, इसमें जिंदगी बचना बहुत मुश्किल होता है। लेकिन उसने वन्य प्राणी के हमले से बचाव के प्रशिक्षण का बहुत बहादुरी से परिचय देते हुए स्वयं को सुरक्षित रखा। उसे हलकी फुलकी छोटे आई हैं पर वह सुरक्षित है।