जब पुलिस-चोर आपस में मिल गए और भेजा निर्दोष को जेल_पढ़िए अलीगढ़ में कैसे हुआ ये कारनामा…

जब पुलिस-चोर आपस में मिल गए और भेजा निर्दोष को जेल_पढ़िए अलीगढ़ में कैसे हुआ ये कारनामा…

खैर पुलिस ने बाइक चोरी के मामले में चोर के साथ मिल किया कांड? बाइक चोर की जगह निर्दोष को भेजा जेल,घटना सीसीटीवी में कैद

पुलिस की आंखों पर पड़ा पर्दा,चोर के साथ खेला कर निर्दोष को भेजा जेल,खाकी पर खड़े हुए सवाल?

अलीगढ़: वाह ! उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ की खाकी वर्दी पहने यूपी पुलिस तेरा भी जवाब नहीं, आखिर ऐसा क्यों कह रहे हैं, तो आपको बताते हैं अलीगढ़ पुलिस की आंखों पर पर्दा पड़ा होने का ऐसा ही एक मामला पुलिस की कार्यप्रणाली पर बड़ा ही सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। जहां एक युवक को बाइक चोर की बाइक पर दसवीं के छात्र को लिफ्ट मांगना महंगा पड़ गया।


कोतवाली खैर पुलिस ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे बाइक चोरी के एक वीडियो के आधार पर बाइक चोरी करने वाले युवक और चोर द्वारा चुराई गई बाइक पर लिफ्ट मांगने वाले कक्षा 10 के छात्र को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चिन्हित करते हुए गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद पुलिस ने चोरी के लाइव सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे बाइक चोर के साथ बड़ा खेल करते हुए उसको थाने से छोड़ दिया और नोएडा जाने के लिए चोर की बाइक पर लिफ्ट मांगने वाले निर्दोष छात्र पर बाइक चोरी करने का इल्जाम लगाते हुए मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।

कोतवाली खैर पुलिस द्वारा बाइक चोर को थाने से छोड़े जाने के बाद निर्दोष छात्र को जेल भेजने पर पुलिस की इस कार्यवाही पर सवालिया निशान खड़े हो रहे?
आपको बता दें कि थाने से छोड़ा गया बाइक चोर सीसीटीवी फुटेज में साफ तौर पर बाइक चोरी करते हुए दिखा है और बाइक चुराकर मौके से फरार होते हुए दिख रहा है। इसी दौरान अपने घर से नोएडा जाने के लिए रास्ते में खड़े कक्षा 10 के छात्र ने बाइक चोर से उसकी बाइक पर लिफ्ट मांग ली। लेकिन बावजूद इसके पुलिस ने बाइक चोर को जेल भेजने के बजाय बाइक चोर के साथ बड़ा खेला करते हुए निर्दोष दसवीं के छात्र को चोरी के इल्जाम में जेल भेज दिया।

आपको बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के थाना खेर पुलिस का 29 मार्च को बाइक चोरी के एक मामले में हैरान कर देने वाला कारनामा सामने आया है। जहां बाइक चोरी के मामले में घटना का 37 सेकेंड का लाइव वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बावजूद इलाका पुलिस ने बाइक चोरी करने वाले थाना खैर क्षेत्र के गांव नागोला निवासी शातिर चोर योगेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेजने की बजाय बाइक चोर की बाइक पर लिफ्ट मांगने वाले गांव के ही एक निर्दोष युवक अनिल को बाइक चोरी के मामले में पकड़ कर गिरफ्तार करते हुए जेल भेजते हुए बाइक चोरी के मामले में चोर के साथ मिलकर बड़ा कांड किया हैं।

जहां बाइक चोरी के मामले में निर्दोष युवक को जेल भेजे जाने के बाद बाइक चोर द्वारा चुराई गई बाइक पर लिफ्ट मांगने वाले निर्दोष युवक की घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बाइक चोरी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इलाका पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए बाइक चोरी करने वाले युवक और चोरी की बाइक पर लिफ्ट मांगने वाले युवक दोनों को पकड़ लिया। जिसके बाद पुलिस ने बाइक चोरी करते हुए सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहे बाइक चोर को थाने से छोड़ते हुए बाइक चोर की बाइक पर लिफ्ट मांगने वाले निर्दोष युवक पर बाइक चोरी का इल्जाम लगाते हुए थाने पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।
लेकिन अब देखने वाली बात होगी कि बाइक चोरी के लाइव सीसीटीवी फुटेज में बाइक चोरी करने वाले बाइक चोर के साथ पुलिस ने बड़ा खेला किया जाने के मामले में एसएसपी कोतवाली खेर में तैनात इंस्पेक्टर ओर पुलिसकर्मियों पर निर्दोष युवक को जेल भेजे जाने के मामले में किस तरह की कार्यवाही करते हैं अथवा नहीं?
वहीं बाइक चोरी के इल्जाम में दसवीं के छात्र को जेल भेजे जाने के बाद थाना खैर क्षेत्र के गांव नगला निवासी राहुल कुमार पुत्र पप्पू सिंह के द्वारा कोतवाली खेर पुलिस की अपने निर्दोष भाई के खिलाफ की गई इस कार्यवाही पर सवालिया निशान खड़े करते हुए क्षेत्राधिकारी खैर को दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि घटना 29 मार्च 2023 की है। जब कक्षा 10 में पढ़ने वाला उसका छोटा भाई अनिल कुमार अपने घर से नोएडा जाने के लिए रास्ते में खड़ा हुआ था। उसी दौरान गांव का ही युवक योगेंद्र कुमार पुत्र शिव कुमार चोरी की बाइक लेकर जा रहा था।
तभी उसके छोटे भाई ने उसकी बाइक पर लिफ्ट मांग ली। इस दौरान थाना टप्पल पुलिस बैरियर लगाकर वाहनों की चेकिंग कर रही थी। तभी टप्पल पुलिस ने चेकिंग के दौरान दोनों को पकड़ लिया। जिसके बाद 4 अप्रैल को थाना खैर पुलिस उनके घर पहुंची और उसके भाई अनिल को पकड़कर अपने साथ खैर थाने लेकर आई। परिवार के लोगों का आरोप है कि बाइक चोरी करने वाले गांव के ही युवक योगेंद्र ने उसके भाई अनिल को बाइक चोरी किए जाने के मामले में झूठा फंसा दिया हैं।
कक्षा 10 के छात्र अनिल को बाइक चोरी के इल्जाम में झूठा फसाए जाने को लेकर सीओ खैर को दिए गए प्रार्थना पत्र में परिवार के लोगों ने न्याय की गुहार लगाई है कि बाइक चोरी की घटना का लाइव सीसीटीवी फुटेज का सबूत होने के बावजूद पुलिस ने उनके निर्दोष भाई को जेल भेज दिया जबकि सीसीटीवी फुटेज में बाइक चोरी करते हुए दिख रहे बाइक चोर युवक वीरेंद्र को थाने से पुलिस ने छोड़ दिया।
परिवार के लोगों का आरोप है कि पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल किया गया फोटो भी बाइक चोरी कर रहे युवक वीरेंद्र का था। इसके चलते परिवार के लोगों ने मामले में जांच करा कर न्याय की गुहार लगाई है। 

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