बैल के शव को 50 मीटर तक घसीटा:24 घंटे तक मंदिर के सामने पड़ा रहा
लोग बोले- बदबू के मारे जीना दूभर हो गया था
मध्यप्रदेश के छतरपुर से दिल पसीज देने वाला मामला सामने आया है। यहां नगरपालिका के कर्मचारियों ने मृत बैल को रस्सी से बांधकर 50 मीटर तक घसीटा फिर उसे JCB से दबाकर उठाकर ले गए।
इसके बाद टीम ने उसे गाड़ी में पटका और साथ ले गए। ये बैल हरदौल मंदिर के सामने 24 घंटे से भी अधिक समय तक पड़ा था।
CM हेल्पलाइन में शिकायत करने के बाद उसे हटाया गया।मामला छतरपुर के वार्ड 10 के तमराई मोहल्ले का है। यहां हरदौल मंदिर है। मंदिर के सामने 14 मार्च की शाम करीब 4 बजे बैल की मौत हो गई। इसकी सूचना लोगों और मंदिर प्रबंधन ने वार्ड पार्षद और नगरपालिका को दी। बैल को दूसरे दिन तक नहीं उठाया गया। त्योहार का दिन था। श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा था। बैल का शव रास्ते में पड़ा था तो गली के लोगों ने ही उसे खिसका कर साइड में कर दिया।
15 मार्च को दोपहर 12 बजे तक बैल को नहीं हटाया गया तो लोग गुस्सा गए। उन्होंने CM हेल्पलाइन में शिकायत कर दी। प्रशासन ने रात 8 बजे बैल को घसीटकर गाड़ी में पटक कर साथ ले गए।मोहल्ले के ही संजय ताम्रकार का कहना है कि CM हेल्पलाइन में शिकायत की थी। क्योंकि, शाम से रात और रात से दोबारा दोपहर हो चुकी थी, लेकिन बैल की लाश नहीं हट पाई थी। बदबू से रहना बेहाल हो गया था।
बुधवार शाम जब वे हटाने आए तो लोगों का दिल दहल गया। जिस निर्दयता से वे बैल की लाश हटा रहे थे, वह देखने लायक नहीं था। पहले उन्होंने छोटे हाथी से बैल के पैर बांधे फिर 50 मीटर तक घसीटते रहे। बैल के खून आने लगा था। उन्होंने JCB के बकेट से बैल को दबाकर शव उठाकर ट्रक में पटक दिया और शव लेकर चले गए। JCB से बैल को ऐसा उठाया कि उसकी हड्डियां भी चरमरा गई थीं।
मामले में जब शव उठाने आए कर्मचारियों से बात करने की कोशिश की, तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। छतरपुर CMO ओमपाल सिंह भदौरिया को भी दैनिक भास्कर ने कॉल किया, लेकिन उन्होंने कॉल नहीं उठाया। नगरपालिका के सैनेटरी इंस्पेक्टर रविंद्र तिवारी का कहना है कि ऐसा नहीं करना चाहिए था, ये गलत है। उन्होंने ठेकेदार को नोटिस जारी करने की बात कही है। बता दें, इंस्पेक्टर तिवारी के पास ही जानवरों को उठवाने का प्रभार है I