चिटफंड कंपनियों व भू माफियाओं से पीड़ितों का उमड़ा सैलाव
कंट्रोल रूम में निराकरण के लिए लगाया गया शिविर
विराट24न्यूज़, रीवा। प्रदेश भर में चिटफंड कंपनियों व भू माफियाओं के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत रीवा में भी पुलिस महानिरीक्षक चंचल शेखर के निर्देश पर शुक्रवार को शिविर का आयोजन किया गया शुगर की जानकारी पुलिस द्वारा पहले से दी गई थी जिसके चलते सैकड़ों की संख्या में पीड़ित आवेदन लेकर पहुंच गए जिसमें ज्यादातर जिले से बोरिया बिस्तर लेकर भाग चुकी चिटफंड कंपनियों और कई प्रॉपर्टी डीलरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया है। कंट्रोल रूम में आयोजित फ्रॉड कंपनी व भू माफियाओं के द्वारा की गई धोखाधड़ी की शिकायत निवारण शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों लोगों ने कई फ्रॉड कंपनियो व भू माफियाओं के विरुद्ध धोखाधड़ी करने के संबंध में शिकायती आवेदन पत्र दिए हैं। आवेदन को पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह ने खुद लिया और पढ़ने के बाद शीघ्र न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस शिविर का मुख्य उद्देश्य है कि कई आम लोग फ्रॉड चिटफंड कंपनियां व भू माफियाओं के द्वारा सस्ते प्लाट, सस्ते ब्याज पर पर लोन ,कम से कम इंस्टॉलमेंट में अधिक सेविंग ब्याज जैसे लुभावने वादे करके लोगों का करोड़ों रुपए का चूना लगा चुके हैं। आम लोगों मैं जागरूकता की कमी के कारण ऐसे लोगों के झांसे में आ जाते हैं ,जिन्हें जागरूक करने की आवश्यकता है ,इस शिविर के माध्यम से पुलिस को ज्ञात हुआ है कि कई लोग धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं, और आपनी करोड़ों की जमा पूंजी गंवा चुके हैं ,सबसे ज्यादा साईं प्रसाद कंपनी की शिकायतें आई हैं ,आने वाले समय में रीवा पुलिस के द्वारा इन शिकायत आवेदन का अध्ययन कर फ्रॉड नॉन बैंकिंग वित्तीय कंपनियां और फ्रॉड भू माफियाओं को सूचीबद्ध कर उनके विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। ताकि अधिक से अधिक लोगों को न्याय दिला सके और उनके पैसे वापस कराने का प्रयास किया जाएगा। इस शिविर में पुलिस महानिरीक्षक रीवा जोन चंचल शेखर, पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार वर्मा ,नगर पुलिस अधीक्षक शिवेंद्र सिंह, बघेल रक्षित निरीक्षक केशव सिंह एवं आसपास के थानों के विवेचक भी शामिल थे।
कई बार थानों में शिकायत करने वाले भी पहुंचे
कंट्रोल रूम में आयोजित शहर में कई पीड़िता से पहुंचे जो कई बार संबंधित थानों में शिकायत दर्ज करा चुके हैं लेकिन पुलिस के द्वारा कोई कार्यवाई नहीं की गई, कुछ पीड़ित ऐसे ही मिले जिनके मामले न्यायालय में चल रहे हैं। करोड़ों की ठगी के शिकार चेक लिए वर्षो से थानों के चक्कर लगा रहे थे, पुलिस द्वारा आयोजित शिविर की जानकारी लगते ही पीड़ित पहुंचे थे,लेकिन कम ही उम्मीद है कि उन्हें उनकी जमा पूंजी जो फ्रॉड कंपनी और प्रॉपर्टी डीलरों ने हड़प ली है वह मिल पाएगी। हालांकि पुलिस ने जिस तरह से शिविर का आयोजन किया था उससे लोगों को आस लगी है । अब देखना यह है कि आवेदन लेने तक यह कार्यवाई सीमित रहती है या आगे बढ़ पाती है।
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