क्या आप भी सिरदर्द की समस्या से है परेशान? पढ़िए इस खबर में है कारण और समाधान

क्या आप भी सिरदर्द की समस्या से है परेशान? पढ़िए इस खबर में है कारण और समाधान

आजकल सिरदर्द की समस्या लोगो में आम हो गयी है। लगभग हर दूसरे व्यक्ति को सिरदर्द की समस्या रहती है। कुछ में तो यह समस्या हमेशा ही बनी रहती है। किसी का आधा सर दर्द करता है तो किसी का पूरा। किसी का दिनं के पहले पहर में सरदर्द रहता है तो किसी का दिन के दूसरे पहर तो, किसी को रात में तो किसी को सारा दिन। इस प्रकार सरदर्द रहता जरूर है, वजह और समय अलग अलग हो सकते है।

आकड़ो के अनुसार देश में सरदर्द की समस्या आम भी है और बढ़ भी रही है। समस्या यह है कि ज्यादातर लोग सरदर्द की समस्या के प्रति उतने गंभीर और जागरूक होते नहीं जितना कि उन्हें होना चाहिए। अमूमन होता ये है कि जहा सरदर्द हुआ तो लोग कोई गोली खा लेते है या बाम लगा लगे और बस यूँ ही काम चलाते रहते है परन्तु सरदर्द की समस्या को यु हल्के में नहीं लेना चाहिए, वर्ना कई बार गंभीर परिणाम देखने को मिलते है। वैसे भी सर यानी मष्तिष्क सम्पूर्ण शरीर को सँभालने, क्रिया करने का काम करता है, तो इसका तो और उत्तम देखभाल की जानी चाहिए। (बहरहाल हम जब यह लिख और पढ़ रहे है तो यह सिग्नल भी या यूँ कहे कि शरीर के विभिन्न हिस्सों को ऐसा करने का निर्देश भी हमारा सर ही दे रहा है, इतना महत्वपूर्ण है हमारा मष्तिष्क )

आइये आपको बताते है सरदर्द के विषय में…

हालिया जारी रिपोर्ट्स में सरदर्द से जुड़ा चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दरअसल कोरोना काल के बाद से लोगों की सेहत पर बुहत बुरा प्रभाव पड़ा है, कभी बुखार, तो कभी सिरदर्द तो कभी किसी गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। आजकल हमारे देश में सिरदर्द की परेशानी बेहद ही आम हो गई है, मसलन लोग अक्सर इस तरह की समस्या से परेशान रहने लगे हैं। जानाकारों की मानें तो इसके पीछे हमारी ‘मेंटल हेल्थ’ बहुत बड़ी वजह हो सकती है।

दरअसल यूं तो सिरदर्द तमाम तरह के नुकसान का कारक बन सकता है, मगर इसका सीधा असर हमारी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ पर पड़ता है। होता यूं है कि जब हम किसी भी तरह के सिरदर्द का शिकार हो, चाहे बहुत ही हल्का फुल्का भी क्यों न हो, हम अपने दिमाग को स्थिर नहीं रख पाते है। हमारा दिमाग बार-बार उस दर्द को महसूस करता रहता है, जिससे हम अपने काम में फोकस नहीं कर पाते। न ही किसी भी काम को बेहतर तरीके से करने में हमारा मन लगता है।

जब बात सिर दर्द की आए, तो हर संभव कोशिश कीजिये कि ऐसा न हो। खुद को स्वस्थ रखने की कोशिश कीजिये, क्योंकि ये धीरे-धीरे किसी बड़ी बीमारी का संकेत भी हो सकते हैं। ऐसे में हमारे शरीर और स्वास्थ के लिए बेहतर है कि हम खुद को इससे सुरक्षित रखें।

रोजाना एक्सरसाइज/योग करें :
सिरदर्द से खुद को बचाने के लिए अपने शरीर को एक्टीव रखें। इसके लिए रोजाना अच्छा वर्कआउट करें, ताकि सिरदर्द से बच सकें और शरीर भी तंदुरुस्त रहे।

पर्याप्त नींद लें :
चैबीस घंटे में कम से कम आठ घंटे की नींद अवश्य लें। अनिद्रा सरदर्द की बहुत ही बड़ी वजह है, जो आजकल युवाओ में सरदर्द का सबसे प्रमुख कारण है। याद रखिये, जितनी बेहतर आपकी नींद होगी, उतना ही बेहतर आपका दिन गुजरेगा।

कैफीन, मदिरा और स्मोकिंग से बचें :
कैफीन और स्मोकिंग से दूर रहें। निकोटीन सरदर्द बढ़ता है और स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालता है। अल्कोहल और निकोटीन दोनों कैंसर कारक भी हैं अतः इनसे बचें तो बेहतर होगा।

पढ़ने लिखने के दौरान :
जब भी कुछ पढ़े या लिखे तो यह जरूर ध्यान दीजिये कि कमरे में प्रकाश की समुचित व्यवस्था हो साथ ही बैठने का भी ध्यान रखें, जैसे पठन पाठन की सामग्री सही उचाई पर हो, गर्दन को ज्यादा झुकाये या उठाये नहीं, इत्यादि बातो का विशेष ध्यान रखें। खासकर छात्र एवं कंप्यूटर पर काम करने वाले विशेष ध्यान दें क्युकी उन्हें ज्यादातर समय अध्ययन में गुजारना पड़ता है।

दवाइयों के अत्यधिक सेवन से बचें :
आजकल जरा सा सरदर्द हुआ नहीं कि लोग गोली खाने लगे हैं, जो कि गलत है। असल में गोलियो के साइड इफेक्ट्स होते है, साथ ही ये लिवर किडनी को भी नुक्सान पहुंचाते हैं। अगर हल्का सरदर्द हो तो बाम लगा सकते है। साथ ही कमरे में सामान्य तापमान में अंधेरा करके लेटें, सरदर्द में आराम मिलता है।

पानी की कमी न होने दें :
अपने शरीर में पानी की कमी ना होने दें। यदि कोई व्यक्ति डिहाइड्रेशन का शिकार होता है तो यह सिर दर्द को बढ़ावा देने और उसकी स्थिति को ज़्यादा बुरा करने में सहयोगी है।

गर्दन,पेशानी की करें मसाज:
चाहें तो अपने पेशानी और गर्दन की तरफ कुछ मिनट के लिए मसाज भी कर सकते हैं। सर दर्द में आराम मिलता है।

मसालेदार चीजे और फ़ास्ट फ़ूड :
आजकल लोगो में खासकर युवाओ में मसालेदार व्यंजन और फास्टफूड बहुत ट्रेंड में है, परन्तु यह सरदर्द के भी कारण है और साथ ही स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालते है। इनसे परहेज करें। हफ्ते में एक दो बार ही सेवन करें तो बेहतर। विशेषकर सरदर्द के दौरान तो इनसे दुरी बनाकर रखें।

(अस्वीकरण: उपरोक्त स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी इलाज का विकल्प नहीं है, समस्या होने पर डॉक्टर की सलाह अवश्य लीजिये) )

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