उप्र में बीते 72 घंटे में 56 लोगों की हुई मौत, कहाँ और क्या रही वजह? पढ़िए खबर में

उप्र में बीते 72 घंटे में 56 लोगों की हुई मौत, कहाँ और क्या रही वजह पढ़िए खबर में…

  • लू का कहर जारी उप्र के इस शहर में
  • येलो अलर्ट किया गया जारी

सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार उत्तर प्रदेश के बलिया में भीषण तपती गर्मी और लू का प्रकोप लगातार जारी है। जिसके कारण जिला अस्पताल में मरने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

मिली जानकारी अनुसार बलिया में पिछले तीन दिनों में करीब चार सौ लोगो को अस्पताल में भर्ती किया गया है।

आपको बता दें कि 15 जून को 23 मौतें हुईं, तो वही 16 जून को 21 जबकि 17 जून को 11 मौतों का आंकड़ा सामने आया।
बताया जा रहा कि मरने वालों में ज्यादातर बुजुर्ग हैं जो अलग-अलग बीमारियों से भी पीड़ित हैं और संभावना यह है कि हीट वेव की वजह से उनके बॉडी ऑर्गन फेल हो गए और जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई।

मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र का पत्र है सुर्खियों में :
यूपी शासन के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र का 10 मार्च 2023 को भेजा गया एक पत्र भी जोरो से चर्चा में है। बताया जा रहा कि लेटर में संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान को लेकर कई निर्देश दिए गए थे।

लू से सम्बद्ध चेतावनी :
उक्त लेटर में साफ तौर पर लिखा गया था कि 2023 में देश के अधिकांश भागों में सामान्य से अधिक तापमान रहने की संभावना है। इसलिए ऐसी स्थिति में कई जिलों में वायरस जनित और जल जनित रोगों के आउटब्रेक्स अधिक होने की संभावना है। जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग रहें सतर्क।

मप्र में भी कई जिले भीषण गर्मी और लू की चपेट में है। सरकार की तरफ से लोगो को समझाइश दी गयी है कि लू से बचे और अत्यंत आवश्यक होने पर ही घरो से बाहर निकले। अन्य बहुत से उपाय सुझाये गए है।

पत्र में दिए गए थे सुझाव:
प्राप्त जानकारी अनुसार लेटर में साफ दिशा-निर्देश दिए गए थे कि भीड़भाड़ वाली जगहों पर जनमानस के लिए शुद्ध एवं पेयजल की व्यवस्था की जाए, गर्मी से बचाव के लिए शेल्टर्स की व्यवस्था करना, व्यस्त जगहों पर मौसम के पूर्वानुमान और तापमान का डिस्प्ले लगाया जावें, लू और गर्मी से बचाव हेतु उपायों का जनमानस ने प्रचार करना, साथ ही विद्यालयों में हीटवेव से बचाव के लिए उपायों का जनता के बीच व्यापक प्रचार-प्रसार करना शामिल था।

मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा, हीट स्ट्रोक कारण:
बलिया में जिस तरीके से हीट वेव और हीट स्ट्रोक की वजह से मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। ऐसा कहा जा रहा कि प्रशसन और स्वास्थ्य महकमा गम्भीूरता के साथ मुस्तैद नहीं रहा। अन्यथा मौत के आकड़े यूँ न होते।

प्रशासन ने जारी किया येलो अलर्ट:
आपको बता दें कि अब जाकर जिला प्रशासन कुम्भकर्णी निद्रा से जागकर महज खानापूर्ति के नाम पर 17 जून को येलो अलर्ट जारी कर दिया है। ऐसे में यह साफ पता चलता है कि हीट वेव को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरीके से तैयार नहीं था।

बिहार में भी पिछले एक दिन में 35 लोगों के मरने की खबर आई है। अब तक करीब 44 लोगो के मरने की खबर है सूबे में। लोगों का गर्मी के कारण बुरा हाल है। शासन प्रशासन स्तर पर पर्याप्त व्यवस्था न होना मौत के आकड़ो के बढ़ने की बड़ी वजह बताया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *