अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही आई सामने
बंद लिफ्ट में फंसे रहे 1 घंटे से ज्यादा आधा दर्जन लोग
परिजनों के साथ थे कुछ मासूम बच्चे
प्रबंधन ने जांच कर कहीं कार्यवाही की बात
रीवा: संभाग के सबसे बड़े अस्पताल संजय गांधी से लापरवाही पूर्वक तस्वीर निकल के सामने आई जहां पर 1 घंटे से भी ज्यादा लिफ्ट में आधा दर्जन लोग फसे रहे Iउनके साथ में एक मरीज स्ट्रेचर पर लेटा हुआ था जिसकी तबीयत बेहद गंभीर बनी हुई थी I
साथ ही छोटे-छोटे बच्चे भी मरीज के परिजनों के साथ लिफ्ट में फसे हुए थे. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. लिफ्ट में फंसे लोगों का कहना था की ,लिफ्ट बंद हो जाने के 1 घंटे बाद तक कोई भी प्रबंधन या कर्मचारी हम लोगों से संपर्क नहीं किया Iहम लोगों ने कई बार फोन कर संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन कोई अधिकारी या कर्मचारी हम लोगों तक नहीं आया I
किसी कदर 1 घंटे बाद धक्का देकर लिफ्ट नीचे उतरी जिससे हम लोग वापस लिफ्ट से बाहर आ सके. वही मामले पर प्रबंधन ने जांच कर कार्यवाही करने की बात कही है। रीवा के संजय गांधी अस्पताल से प्रबंधन के द्वारा बड़ी लापरवाही बरते जाने का मामला सामने आया है जहां संजय गांधी अस्पताल में लगे लिफ्ट में लोग 1 घंटे से भी ज्यादा देर तक फंसे रहे लिफ्ट के अंदर एक मरीज स्टेचर पर लेटा हुआ था जिसकी तबीयत बहुत खराब थी उसके साथ में परिजन भी थे वो भी लिफ्ट के अंदर ही फसे हुए थे. साथ ही कई अन्य मरीजों के परिजन फंसे हुए थे परिजनों के साथ कुछ छोटे-छोटे बच्चे भी लिफ्ट के अंदर फंसे हुए थे जिसका वीडियो भी सामने आया है.
संभाग की सबसे बड़ी अस्पताल संजय गांधी से ऐसी तस्वीर निकल कर सामने आना बेहद चिंता बढ़ा देती है क्योंकि इस अस्पताल में दूरदराज से लोग इलाज कराने के लिए आते हैं और ऐसे में कोई हार्ट के मरीज को आनन-फानन में अस्पताल लाया जाता हैI तो अगर ऐसे में उसे लिफ्ट के माध्यम से ऊपर ले जाया जाए और लिफ्ट बंद हो जाए तो उसकी जान भी जा सकती है. लिफ्ट में फसे दीपेंद्र द्विवेदी का कहना है कि हम अपने मरीज का इलाज कराने के लिए लिफ्ट के माध्यम से नीचे की ओर आ रहे थे लेकिन अचानक लिफ्ट रास्ते में रुक गई और घंटो तक हम लोग लिफ्ट के अंदर फंसे रह गए लिफ्ट के अंदर जो नंबर लिखा हुआ था हमने उस पर कई बार कॉल किया लेकिन हमें किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं मिली 1 घंटे बाद लिफ्ट को धक्का दिया गया तो किसी कदर लिफ्ट नीचे आई जिसके बाद हम सब लोग लिफ्ट से बाहर निकल सके.
युवक ने कहा कि प्रबंधन की बेहद लापरवाही है सुधार होना चाहिए. साथ ही अन्य मरीजों के परिजनों का भी मानना है कि अस्पताल में इस कदर की लापरवाही चिंताजनक है सुधार होना चाहिए. मामले को लेकर संजय गांधी के सीएमओ यत्नेश त्रिपाठी के तरफ से रटा रटाया बयान सामने आया है।
त्रिपाठी का कहना है कि मीडिया के माध्यम से जानकारी हम तक आई है हम इसकी जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करेंगे।